नोकिया २३३० क्लासिक जीवन का एक अनमोल फैसला

नोकिया २३३० देखने में साधारन मगर काम करने में बिलकुल ही अलग है। नोकिया कम्पनी का यह फ़ोन खासकर उन लोगो को ध्यान में रख कर बनाया गया है जो कम बजट में कुछ जायदा ही चीजे खोजते है । इस फ़ोन में जी पि आर एस , वि जी कैमरा ,वीडियो , ऍफ़ एम् रेडियो , पहले से ही मौजूद है लेकिन जिस चीज की कमी खलती है वो है म्यूजिक प्लयेर का न होना जो की साधारण इस रेंज के फ़ोनों में उपलब्ध होता है



क्या है खाश - इन्टरनेट उपभोक्त्वो को धयान में रखकर इस डिवाइस का निर्माण किया गया है। इसमें ओपरा भी चला सकते ,जिसकी स्पीड इस तरह के फ़ोनों में देखने को नहीं मिलती है,

क्या है कीमत - इस फ़ोन की कीमत तक़रीबन २७०० रूपये है ,इसकी बैट्री भी बेह्तार चलती है जो कम्पनी के दावे को पूरी करती है। इसमें नोकिया लाइफ टूल्स भी सामिल है जो इस फ़ोन को मजेदार बनता है।

क्या है विकल्प - नोकिया २३३० क्लासिक की कीमत २७०० रूपये है इस फ़ोन के बजट में स्पाईस एम् ५२५२ देखा जा सकता है जिसकी कीमत लग्ब्हज ३००० रूपये है .मगर इसमें म्यूजिक प्लेयर भी है जो नोकिया २३३० क्लासिक में नहीं है।

कीमत कितनी जायज - आजकल कई कंपनिया इसी वाजत में म्यूजिक फ़ोन भी उपलब्ध करा रही है जिसे देखते हुवे इस फ़ोन की कीमत कुछ जायदा लगती है पर नोकिया का कोई जवाब ही नहीं है। कम्पनी को कम से कम इस फ़ोन में और कुछ नहीं तो मेमोरी एक जीबी तो देनी ही चाहिए थी इस फ़ोन में ३२ एम् बी मेमोरी है जिसे बढ़ने का कोई विकल्प नहीं है।

5 टिप्पणियाँ:

21 जनवरी 2010 को 6:29 am बजे गिरिजेश राव, Girijesh Rao

इस जानकारी के लिए आभार। आप हिन्दी ब्लॉगरी के एक खाली पडे क्षेत्र में पूर्ति कर रहे हैं। शुभकामनाएँ।

21 जनवरी 2010 को 1:46 pm बजे Anurag Sharma

हिंदी ब्लॉग वर्ल्ड में आपका स्वागत है

21 जनवरी 2010 को 9:52 pm बजे अजय कुमार

हिंदी ब्लाग लेखन के लिये स्वागत और बधाई । अन्य ब्लागों को भी पढ़ें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देने का कष्ट करें

26 जनवरी 2010 को 2:04 am बजे गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर

narayan narayan

4 अप्रैल 2013 को 1:09 am बजे Unknown

बहुत अच्छा

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इ-टिप्स मोबाइल Latest Post Update Avatar Logo पिछले पोस्ट पर तक़रीबन १२ लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया दी मगर जो सवाल अभी भी हमारे ब्लॉगवाणी और चिठ्ठाजगत पर बना हुवा है वो ये की इतने बड़े पेज में इक सर्च इंजन के न होना ,रोज हजारो पोस्ट ब्लॉगजगत में छपे जाते है जिसे ब्लोग्वानी और चिठ्ठाजगत उठा लेते है मगर १ घंटे के बाद उन पोस्ट को पढने के लिए ब्लोग्वानी और चिठ्ठाजगत के दुसरे पेज पर जाना पड़ेगा, कैसा होता अगर ब्लॉग वाणी और चिठ्ठाजगत में पोस्ट खोजने के लिए सर्च इंजन होता Read More>>

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